We love eBooks
    Baixar Kurmanchal Ka Prakriti Saundarya: Lambi kavita (Hindi Edition) pdf, epub, eBook
    Editora

    Kurmanchal Ka Prakriti Saundarya: Lambi kavita (Hindi Edition)

    Por Manik Joshi

    Sobre

    मानिक जोशी की लम्बी कविता कूर्मांचल का प्रकृति सौन्दर्य उनके द्वारा उनके गृह मण्डल कुमाऊँ के प्रति उनके विषेश अनुराग को प्रदर्शित करती है। इस कविता की पंक्तियाँ विभिन्न समय पर तब लिखी गयी थीं जब वो अपने गृह मण्डल कुमाऊँ से दूर रहा करते थे। इस कविता की आरम्भिक पंक्तियाँ इस प्रकार से हैं।-

    करता था भ्रमण दिवाकाल में एकाकी
    जब मैं उन राहों पर
    तब कर श्रवण प्रकृति संगीत सतत
    होना हर्षित
    कुमाऊँ के उन वन पथों की
    मुझे बहुत याद आया करती है

    कूर्मांचल के प्रकृति सौन्दर्य की
    मुझे बहुत याद आया करती है

    खड़े हो कुमाऊँ के प्रिय वन क्षेत्र में
    आकाश को जब निहार
    दशों दिशाओं में निज दृष्टि फेरा करता था
    चीड़ देवदार बाँज बुराँस के
    उच्च तरूओं के पल्लवों से छनकर आने वाली
    उन सरल विरल रवि रष्मियों की
    मुझे बहुत याद आया करती है

    कूर्मांचल के प्रकृति सौन्दर्य की
    मुझे बहुत याद आया करती है
    Baixar eBook Link atualizado em 2017
    Talvez você seja redirecionado para outro site

    Definido como

    Listados nas coleções

    eBooks por Manik Joshi

    Página do autor

    Relacionados com esse eBook

    Navegar por coleções eBooks similares